सोनो(जमुई):-सामाजिक समरसता का प्रतीक बना पंचपहाड़ी का खिचड़ी भोज




जमुई से सरोज कुमार दुबे की रिपोर्ट



जिले के प्रखंड मुख्यालय से चार किलोमीटर दूर झाझा सोनो मुख्य मार्ग पर अवस्थित है परमहंस ऋषि आश्रम अमरावतीधाम पंचपहाड़ी । यूं तो यह क्षेत्र अपने आप में प्राकृतिक सुंदरता की मिशाल है जो हमेशा पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता रहता है, परंतु मकर संक्रांति के अवसर पर यह रमणीय स्थल पिकनिक स्पॉट में बदल जाता है। इस अवसर पर यहां हजारों की संख्या में सिर्फ सोनो ही नहीं आसपास के प्रखंडों से सैलानी इकट्ठा होते है।मकर संक्रांति के दिन यहां खिचड़ी भोज आयोजित होने की परंपरा दशकों से चली आ रही है। बुधवार को भी पंच पहाड़ी में मकर संक्रांति के मौके पर खिचड़ी भोज का आयोजन किया गया,जिसमें हज़ारों लोगों ने भाग लिया।यहां की महंत माता सीता के दिशा निर्देशन में जन सहयोग से अमरावती धाम सेवा समिति के सौजन्य से खिचड़ी भोज का आयोजन किया गया। शुक्रवार को बिहार का वृंदावन कहे जाने वाले इस रमणीय स्थल में आयोजित खिचड़ी भोज सामाजिक समरसता का प्रतीक बना। जाति बंधन के भेदभाव से ऊपर उठकर विभिन्न संप्रदायों से जुड़े हजारों श्रद्धालुओं ने एक साथ बैठकर प्रसाद के रूप में खिचड़ी ग्रहण किया। इस बाबत अमरावतीधाम  में अंचलाधिकारी  , थानाध्यक्ष के अलावे  सेवा समिति के सत्यनारायण सिंह, राजेंद्र राय,संजय सिंह, राजीव सिंह,  दिग्विजय सिंह , मानकेश्वर शर्मा , राजनंदन यादव,रवि शर्मा आदि ने बताया कि आज दस क्विंटल चावल,दो क्विंटल दाल, दो क्विंटल आलू आदि से खिचड़ी तैयार की गई , जिसे जाति बंधन के भेदभाव से ऊपर उठकर श्रद्धालुओं ने एक साथ बैठकर इसे प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। इसका आयोजन जनसहयोग से किया जाता है जिसमें लोग यथा संभव दान देते हैं। बुधवार को मकर संक्रांति के मौके पर हजारों की तादाद में सैलानी यहां पहुंचे थे। पहाड़ी की चोटी से लेकर हर और सैलानियों की भीड़ थी। दुकानें सजी थी। मेले जैसा माहौल था।स्थानीय प्रशासन आम लोगों की सुरक्षा के प्रति कितनी संजीदा है, बुधवार को पंचपहाडी की तस्वीर इस और खुद इशारा कर रही है।

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